विधिनय - विचार
" तदेतत् क्षत्रस्य क्षत्रं यद्धर्मः
तस्माद्धमांत्पंर नास्ति
अथो अबलीयान् बलीयांसमशिसंते धर्मेण
यथा राज्ञा एवम् "
अर्थात
" विधि सम्राटों का भी सम्राट है, विधि के ऊपर कोई नहीं है । विधि के साथ जब राज्य शक्ति जुड़ी होती है तो कमजोर भी शक्तिशाली पर विजय प्राप्त कर लेता है । "
---- शिव प्रसाद श्रीवास्तव एडवोकेट
तस्माद्धमांत्पंर नास्ति
अथो अबलीयान् बलीयांसमशिसंते धर्मेण
यथा राज्ञा एवम् "
अर्थात
" विधि सम्राटों का भी सम्राट है, विधि के ऊपर कोई नहीं है । विधि के साथ जब राज्य शक्ति जुड़ी होती है तो कमजोर भी शक्तिशाली पर विजय प्राप्त कर लेता है । "
---- शिव प्रसाद श्रीवास्तव एडवोकेट